100 रुपयांच्या जुन्या नोटांवर होणार बंदी, RBI ने केले स्पष्ट, जाणून घ्या संपूर्ण बातमी rbi new guideline

rbi new guideline आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम बन गया है, जहां हर दिन कोई न कोई खबर वायरल होती रहती है। कभी-कभी इन खबरों का आधार सत्य होता है, तो कभी ये महज अफवाह होती हैं।

हाल ही में एक ऐसी ही खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई, जिसमें दावा किया जा रहा था कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जल्द ही ₹100 के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर देगा। यह खबर इतनी तेजी से फैली कि लोग इसे बिना किसी जांच-पड़ताल के सत्य मान बैठे।

वायरल खबर का विश्लेषण

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20 दिसंबर 2023 को एक सोशल मीडिया यूजर ने X (पूर्व में Twitter) पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें ₹100 के पुराने नोट की तस्वीर के साथ दावा किया गया कि आरबीआई इन नोटों को चलन से बाहर कर देगा। पोस्ट में यह भी कहा गया कि इन नोटों को बदलवाने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2024 होगी। यह पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गई और लोगों ने इसे सच मान लिया।

सच्चाई की पड़ताल

जब इस खबर की गहराई से जांच की गई, तो यह पूरी तरह से निराधार साबित हुई। न तो आरबीआई और न ही भारत सरकार की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक सर्कुलर या नोटिफिकेशन जारी किया गया है। आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इस संबंध में कोई सूचना नहीं मिली। यह स्पष्ट है कि यह खबर पूरी तरह से अफवाह है।

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नोटबंदी का प्रभाव

यह अफवाह शायद 2016 की नोटबंदी से प्रेरित है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ₹500 और ₹1000 के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। उस समय आरबीआई ने पुराने नोटों को बदलने के लिए 31 मार्च 2017 तक का समय दिया था। इस घटना का प्रभाव इतना गहरा था कि लोग आज भी इसे याद करते हैं, और शायद इसी कारण ₹100 के नोटों को लेकर यह अफवाह तेजी से फैल गई।

आरबीआई की भूमिका

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भारतीय रिजर्व बैंक देश की मौद्रिक नीति का संचालन करने वाली सर्वोच्च संस्था है। किसी भी मुद्रा नोट को चलन से बाहर करने का निर्णय एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला होता है, जिसकी घोषणा आरबीआई द्वारा आधिकारिक माध्यमों से की जाती है। ऐसे निर्णय की जानकारी मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर व्यापक स्तर पर प्रसारित की जाती है।

अफवाहों का प्रभाव और सामाजिक जिम्मेदारी

सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहें समाज में भ्रम और चिंता का माहौल पैदा करती हैं। ₹100 के नोट को लेकर फैली इस अफवाह ने भी लोगों में घबराहट पैदा की। यह स्थिति इस बात को रेखांकित करती है कि किसी भी खबर को आगे फैलाने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच करना कितना महत्वपूर्ण है।

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सोशल मीडिया पर खबरों की जांच

इस तरह की अफवाहों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं:

  1. आधिकारिक स्रोतों की जांच करें
  2. खबर के मूल स्रोत का पता लगाएं
  3. प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों की रिपोर्टिंग देखें
  4. सरकारी वेबसाइटों और नोटिफिकेशन की जांच करें
  5. बिना सत्यापन के खबरों को आगे न फैलाएं

वर्तमान में ₹100 के सभी नोट पूरी तरह से वैध हैं और चलन में हैं। आरबीआई ने इन नोटों को बंद करने की कोई योजना नहीं बनाई है। यह महत्वपूर्ण है कि लोग ऐसी अफवाहों से न घबराएं और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।

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₹100 के नोटों को बंद करने की खबर एक निराधार अफवाह है। यह घटना हमें सिखाती है कि डिजिटल युग में सूचनाओं की सत्यता की जांच करना कितना महत्वपूर्ण है। सोशल मीडिया का जिम्मेदार उपयोग और खबरों का सत्यापन आज के समय की मांग है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम अफवाहों को फैलाने में योगदान न करें और समाज में भ्रम का माहौल न बनने दें।

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